ट्रंप को भारत की ‘Dead Economy’ कहने का पछतावा हो सकता है — क्योंकि गुरुग्राम में उनके नाम से बिके हज़ारों करोड़ के फ्लैट!
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ साल पहले भारत की आर्थिक नीतियों और विकास दर पर सवाल उठाते हुए इसे “Dead Economy” कह दिया था। लेकिन जो हकीकत अब सामने आ रही है, वो उनके बयान से बिल्कुल उलट है।
भारत, खासकर दिल्ली-एनसीआर और गुरुग्राम, अब ट्रंप के लिए सबसे बड़ा रियल एस्टेट मार्केट बन चुका है।
और अकेले गुरुग्राम में उनके दो प्रोजेक्ट्स ने अब तक 5000 करोड़ रुपये से ज्यादा की बुकिंग दर्ज की है।
आइए विस्तार से समझते हैं कि कैसे ट्रंप ब्रांड ने भारत की उसी “Dead Economy” से बेजोड़ कमाई की:
🏢 1. ट्रंप टावर्स दिल्ली-एनसीआर: पहला कदम, बड़ी उड़ान
2018 में ट्रंप ऑर्गनाइजेशन ने भारत में अपने नॉर्थ इंडिया एंट्री के लिए चुना गुरुग्राम का सेक्टर 65।
यहां लॉन्च हुआ Trump Towers Delhi-NCR — एक अल्ट्रा-लक्ज़री प्रोजेक्ट जिसे M3M इंडिया ने बनाया और Tribeca Developers ने मार्केट किया।
- दो 600 फीट ऊंचे टावर
- कुल 250 अपार्टमेंट्स
- कीमतें ₹5 से ₹9 करोड़ तक
🔹 लॉन्च डे पर ही बिके 20 फ्लैट्स — करीब ₹150 करोड़ की बिक्री
🔹 अब तक इस प्रोजेक्ट से ₹2000 करोड़+ की बुकिंग हो चुकी है
🔹 जल्द ही पजेशन शुरू होने जा रहा है
यह प्रोजेक्ट न सिर्फ गुरुग्राम, बल्कि पूरे भारत में लक्ज़री रियल एस्टेट की पहचान बन चुका है।
🏙️ 2. ट्रंप रेजिडेंसेस (सेक्टर 69): लॉन्च के दिन ही Sold Out!
2025 में ट्रंप ब्रांड ने दूसरा प्रोजेक्ट भी गुरुग्राम में ही लॉन्च किया — Trump Residences Gurgaon।
- डेवलपर: Smart World Developers
- लागत: ₹2200 करोड़
- 51 मंज़िलों वाले दो टावर
- कुल 298 अपार्टमेंट्स
- कीमत: ₹8 करोड़ से ₹15 करोड़
- पेंटहाउस: ₹125 करोड़ तक
इस प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी खासियत ये रही कि:
✅ लॉन्च के दिन ही सारे फ्लैट्स बिक गए!
✅ कुल बुकिंग: ₹3250 करोड़ — भारत में अब तक की सबसे तेज़ बिक्री में से एक
इस तरह ट्रंप ब्रांड का केवल गुरुग्राम से ही कुल मुनाफा पहुंच गया ₹5250 करोड़ के पार।
🌍 3. भारत बना ट्रंप का नंबर वन इंटरनेशनल मार्केट
एरिक ट्रंप, ट्रंप संस्था के कार्यकारी उपाध्यक्ष ने कहा:
“गुरुग्राम में दूसरा प्रोजेक्ट लॉन्च करना गर्व की बात है। भारत में ट्रंप ब्रांड की लोकप्रियता और भरोसे की झलक इससे मिलती है।”
भारत आज अमेरिका के बाहर ट्रंप का सबसे कमाऊ रियल एस्टेट हब बन चुका है।
📌 नोएडा सेक्टर 94 में तीसरा प्रोजेक्ट आने वाला है
📌 ट्रंप ब्रांड की मौजूदगी अब मुंबई, पुणे, कोलकाता और हैदराबाद तक फैल रही है
📌 ट्रिबेका भारत में ट्रंप ब्रांड का एक्सक्लूसिव पार्टनर है, जो ब्रांडिंग से लेकर क्वालिटी तक की जिम्मेदारी निभाता है
📈 4. निवेशकों का भरोसा और ब्रांड वैल्यू
ट्रंप टावर्स के पहले प्रोजेक्ट की शुरुआती कीमत ₹16,000/sq ft थी।
आज वही प्रॉपर्टी ₹30,000/sq ft के पार बिक रही है।
✔️ यानी लगभग 2 गुना ग्रोथ
✔️ निवेशकों का कहना है — ये प्रोजेक्ट “सिर्फ घर नहीं, एक स्टेटस है”
✔️ फ्लैट्स की कीमतें भले ही ऊंची हों, लेकिन उनका रीसेल वैल्यू और ब्रांड वेल्यू और भी ऊंची है
💬 क्या ट्रंप सिर्फ एक नाम है… या अब एक स्टेटस की पहचान?
गुरुग्राम में ट्रंप रेजिडेंसेस देखिए — यहां सब कुछ सिर्फ आलीशान नहीं, बल्कि एक सोच को दर्शाता है।
लोग यहां घर नहीं लेते, वो एक lifestyle चुनते हैं: प्राइवेट लिफ्ट, इंटरनेशनल क्वालिटी, और वो अहसास… जैसे आप दुनिया से थोड़ा ऊपर हैं।
ट्रंप अब इंडिया में सिर्फ एक ब्रांड नहीं, एक एक्सपीरियंस है।
🔚 निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप ने जब भारत को “Dead Economy” कहा था, शायद उन्होंने सोचा भी नहीं होगा कि यही देश उनकी कंपनी को हज़ारों करोड़ का फायदा देगा।
आज गुरुग्राम की गगनचुंबी इमारतों में ट्रंप ब्रांड लहराता है — और भारत की तेजी से बढ़ती रियल एस्टेट क्षमता दुनिया के सामने एक मजबूत जवाब बन चुकी है