फरीदाबाद के सेक्टर-12 टाउन पार्क के पास रविवार देर रात एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। 45 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर मनोज कुमार की मौत एक Thar गाड़ी की चपेट में आने से हो गई। गवाहों का कहना है कि Thar चालक शराब के नशे में था और मैदान में स्टंट कर रहा था। जब मनोज ने उसे रोकने की कोशिश की, तभी Thar ने सीधे उसे कुचल दिया।
परिवार के आरोप: हत्या या हादसा?
मृतक की बहन पूनम जैन का आरोप है कि यह कोई सामान्य सड़क हादसा नहीं था, बल्कि एक जानबूझकर की गई हत्या थी। उनका कहना है कि Thar चालक ने तेज स्पीड में उनके भाई को टक्कर मारी और मौके से फरार हो गया। कार में बैठे चारों युवक नशे में धुत थे। परिवार का दर्द साफ झलक रहा है – उन्हें यकीन है कि यह षड्यंत्र था और उनके भाई को जानबूझकर मौत के घाट उतारा गया।
ACP और Thar का कनेक्शन
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह Thar गाड़ी फरीदाबाद पुलिस के एसीपी राजेश लोहान के नाम पर रजिस्टर्ड है। सवाल उठ रहे हैं कि अगर Thar एसीपी के ड्राइवर के पास थी, तो उनका नाम क्यों नहीं बताया जा रहा? क्या पुलिस अपने अफसर के परिवार को बचाने की कोशिश कर रही है? एसीपी ने स्वीकार किया कि गाड़ी उन्हीं की है, लेकिन लगातार यह कहते रहे कि ड्राइवर चला रहा था। इस अस्पष्ट बयान ने मामले को और रहस्यमय बना दिया है।
पुलिस की भूमिका और संदिग्ध चुप्पी
घटना स्थल सेंट्रल थाना से मात्र 300 मीटर की दूरी पर है, लेकिन वहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हुए थे। यह सवाल उठता है कि इतनी अहम लोकेशन पर निगरानी क्यों नहीं? पहले पुलिस ने इसे सड़क हादसा बताया, लेकिन परिजनों और स्थानीय लोगों के दबाव में हत्या की धारा जोड़ी गई। अब आरोप है कि केस को कमजोर कर आरोपी को बचाने की तैयारी की जा रही है।
फरीदाबाद में पहले भी Thar का कहर
यह कोई पहला मामला नहीं है।
🚨 फरीदाबाद के Thar हादसों की दर्दनाक लिस्ट
- 29 जुलाई 2025 – स्कूटी सवार परिवार की मौत
फरीदाबाद की सड़क पर एक Thar ने स्कूटी को इतनी तेज़ टक्कर मारी कि पति, पत्नी और उनकी छोटी बेटी तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। पूरा परिवार खत्म हो गया और मोहल्ले में मातम छा गया। - 6 अगस्त 2025 – सूरजकुंड रोड पर महिला की जान गई
सूरजकुंड रोड पर एक महिला सड़क पार कर रही थी, तभी तेज़ रफ्तार Thar ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। अस्पताल ले जाया गया लेकिन जान बच नहीं पाई। - 25 अगस्त 2025 – बड़ौली पुल हादसा
बड़ौली पुल के पास गुड्डी देवी नामक महिला सड़क पार कर रही थीं। तभी अचानक एक बेतहाशा चलती Thar आई और उन्हें कुचल दिया। परिवार आज तक इस दर्द से उबर नहीं पाया। - सितंबर 2025 – सेक्टर-12 टाउन पार्क हादसा (मनोज कुमार केस)
45 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर मनोज कुमार की मौत Thar की चपेट में आने से हुई। परिजनों का आरोप है कि यह साधारण एक्सीडेंट नहीं बल्कि हत्या थी। यह केस पूरे शहर में आक्रोश का कारण बन गया और पुलिस पर पक्षपात के गंभीर सवाल खड़े हुए।
यह घटनाएं साबित करती हैं कि Thar गाड़ी अब डर और मौत का प्रतीक बन चुकी है।
परिजनों का आक्रोश और इंसाफ की जंग
मनोज के भाई विक्की और बहन पूनम जैन ने कहा कि जब तक जांच सीबीआई को नहीं सौंपी जाएगी, उन्हें इंसाफ नहीं मिलेगा। बादशाह खान अस्पताल में परिजनों ने हंगामा भी किया और शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। उनका साफ कहना है कि अगर आरोपी प्रभावशाली परिवार से है, तो स्थानीय पुलिस पर भरोसा करना मुश्किल है।
बड़ा सवाल: क्या मिलेगा मनोज को न्याय?
फरीदाबाद की यह घटना सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है। जब कानून लागू करने वाले अफसरों की गाड़ी ही मौत का हथियार बन जाए, तो आम जनता की सुरक्षा पर सवाल उठना लाज़मी है।
अब देखना होगा कि पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई करती है या यह मामला भी प्रभावशाली रिश्तों की आड़ में दबा दिया जाएगा।