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CM Rekha Gupta Attack: जनसुनवाई में हुआ भयानक हमला – बाल खींचे, थप्पड़ मारा और फिर… सच आया सामने

CM Rekha Gupta Attack — राजधानी दिल्ली में लोकतंत्र के मंदिर को उस वक्त शर्मसार होना पड़ा जब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर जनसुनवाई के दौरान जानलेवा हमला हुआ। यह महज एक थप्पड़ नहीं था, बल्कि लोकतंत्र की गरिमा, सुरक्षा व्यवस्था और जनता के भरोसे पर सीधा हमला था।

हमला कैसे हुआ?

बुधवार की सुबह, सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री आवास पर जनसुनवाई हमेशा की तरह चल रही थी। लोग शिकायत लेकर आए हुए थे, तभी अचानक 41 वर्षीय आरोपी राजेश भाई खिमजी, जो गुजरात के राजकोट का रहने वाला है, हाथ में कागज़ लेकर आगे बढ़ा। जैसे ही वह मुख्यमंत्री की टेबल तक पहुँचा, उसने बाल पकड़कर जोर से थप्पड़ मारा और खींचतान शुरू कर दी। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि उसने कोई भारी वस्तु भी फेंकी, जिससे सीएम के सिर पर हल्की चोट आई और अफरा-तफरी मच गई।

चश्मदीदों की आँखों देखी कहानी

प्रत्यक्षदर्शी मुकेश पाल ने बताया कि सबकुछ अचानक हुआ। “वो सिर्फ एक हाथ की दूरी पर था… और अचानक उसने बाल खींचकर थप्पड़ मार दिया।” वहीं नवनीत कुमार और संजय ने भी यही बयान दोहराया कि आरोपी ने पहले सीएम को बालों से पकड़ा और फिर हाथापाई की। मौके पर मौजूद महिला अंजलि ने कहा, “अगर सीएम को इस तरह कोई थप्पड़ मार सकता है तो आम जनता की सुरक्षा पर क्या भरोसा किया जाए?”

बीजेपी और आप नेताओं की प्रतिक्रिया

दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस हमले को बेहद निंदनीय बताया और कहा कि मुख्यमंत्री पूरी तरह सुरक्षित हैं, लेकिन सवाल सुरक्षा व्यवस्था पर उठते हैं। उन्होंने कहा, “वो 18-18 घंटे जनता के बीच रहती हैं… इस तरह की कायराना घटनाएँ लोकतंत्र के लिए खतरा हैं।”
वहीं, पूर्व सीएम और आप नेता आतिशी ने ट्वीट कर लिखा, “लोकतंत्र में असहमति की जगह है, हिंसा की नहीं। पुलिस को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।”

आरोपी राजेश की पृष्ठभूमि और शक की साजिश

पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि आरोपी पिछले 24 घंटे से रेखा गुप्ता की रेकी कर रहा था। वह उनके शालीमार बाग स्थित आवास तक गया और वीडियो भी रिकॉर्ड किए। माना जा रहा है कि हमला पहले से प्लान किया गया था। हालांकि, आरोपी की माँ का कहना है कि वह कुत्तों से जुड़े सरकारी फैसले से नाराज़ था। लेकिन क्या इतना कारण किसी मुख्यमंत्री पर थप्पड़ मारने का हो सकता है? यह सवाल अब भी अनुत्तरित है।

CM Rekha Gupta Attack: रेखा गुप्ता की हालत और सुरक्षा सवाल

हमले में मुख्यमंत्री को हल्की चोटें आईं। डॉक्टरों ने उनकी जांच की और फिलहाल वे खतरे से बाहर हैं। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर एक अजनबी इतनी आसानी से मुख्यमंत्री तक कैसे पहुँच गया? क्या सुरक्षा में लापरवाही हुई या फिर यह किसी राजनीतिक साजिश का हिस्सा था?

जनता का गुस्सा और लोकतंत्र पर खतरा

हमले के बाद जनता में आक्रोश है। सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि यह महज हमला नहीं बल्कि जनता की आवाज को दबाने की कोशिश है। लोकतंत्र के मंच पर हिंसा का खेल भारत के लिए शर्मनाक है। विपक्ष इसे सरकार की नाकामी बता रहा है तो सरकार इसे एक “कायराना हमला” कहकर साजिश मान रही है।

निष्कर्ष: लोकतंत्र की आड़ में हिंसा का खेल

CM Rekha Gupta Attack सिर्फ एक सुरक्षा चूक नहीं, बल्कि लोकतंत्र के भविष्य के लिए खतरनाक संकेत है। जब जनता की शिकायत सुनने वाली मुख्यमंत्री तक कोई थप्पड़ मार सकता है, तब सवाल उठता है — क्या सचमुच हम सुरक्षित हैं? क्या यह गुस्सा, बदले की राजनीति और छिपे एजेंडों का खेल नहीं है? आने वाले दिनों में जांच से सच सामने आएगा, लेकिन इतना तय है कि इस घटना ने दिल्ली की राजनीति में भूचाल ला दिया है।

Image Source: Delhi Government official website (delhi.gov.in)

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