Faridabad की शांति उस रात अचानक गोलियों की आवाज़ से टूट गई। चमचमाती KLJ सोसाइटी के गेट पर लोग अभी नींद में ही थे कि शराब कारोबारी सुरेश की चीख ने सबको जगा दिया। दोस्ती के नाम पर शुरू हुई कहानी, शक और धोखे की आग में इतनी भयानक हो जाएगी—किसी ने सोचा भी नहीं था। सुरेश मनाली से लौटकर अपने गार्ड और दोस्तों को छोड़ ही रहा था कि उसका ही करीबी दोस्त विनोद गुस्से से आग-बबूला होकर सामने आ गया और ताबड़तोड़ गोलियां दाग दीं। कुछ ही सेकंड में हंसी-मज़ाक से भरी यात्रा खून और अफरा-तफरी में बदल गई। तीन गोलियां सीने और गर्दन चीर गईं, सोसाइटी में दहशत फैल गई और आरोपी धमकी देता हुआ फरार हो गया। अब सवाल सिर्फ इतना है—क्या यह महज़ शक का खेल था या इसके पीछे छुपी थी और भी कोई काली सच्चाई?
1. शराब कारोबारी पर हमला – शुरुआत कहाँ से हुई
Faridabad की पॉश KLJ सोसाइटी सोमवार रात गोलियों की आवाज़ से थर्रा उठी। शहर का नामचीन शराब कारोबारी सुरेश खून से लथपथ सड़क पर गिरा पड़ा था। लोगों के बीच खौफ, अफरा-तफरी और सवालों की बौछार—आखिर यह हमला क्यों हुआ?
पुलिस की शुरुआती जांच ने साफ कर दिया कि यह कोई लूट या गैंगवार नहीं थी, बल्कि एक गहरी निजी रंजिश का नतीजा था।
2. दोस्ती से दुश्मनी तक: छुपे रिश्तों का खेल
सुरेश के कारोबार के साथ-साथ उसका सोशल सर्कल भी बड़ा था। दोस्तों के साथ पार्टियाँ, घूमना-फिरना और आलीशान लाइफ़स्टाइल—ये सब उसकी पहचान थे।
लेकिन इसी चकाचौंध के पीछे छुपा था एक खतरनाक राज़। उसके करीबी दोस्त विनोद कौशिक की पत्नी मेघा अक्सर सुरेश के साथ घूमने चली जाती थी। यही बात पति-पत्नी के रिश्तों में तनाव और शक का जहर घोल रही थी।
विनोद ने कई बार आपत्ति जताई, कई बार झगड़ा भी हुआ। लेकिन सुरेश और मेघा की नज़दीकियाँ कम नहीं हुईं। आखिरकार, यह दोस्ती घातक दुश्मनी में बदल गई।
3. मनाली ट्रिप और धोखे की परछाई
कुछ दिन पहले सुरेश, अपने गार्ड सोनू और उसकी पत्नी के साथ मनाली ट्रिप पर गया। लेकिन उसके साथ इस बार भी मौजूद थी—मेघा।
विनोद का गुस्सा अब चरम पर था। पत्नी के बार-बार सुरेश के साथ घूमने जाने ने उसके दिल में आग लगा दी थी। प्यार, शक और धोखे की इस तिकड़ी ने एक खतरनाक मोड़ ले लिया।
4. गोलियों की तड़तड़ाहट से कांपा Faridabad
Faridabad सोमवार रात करीब दो बजे। मनाली से लौटकर सुरेश अपने गार्ड और दोस्तों को सोसाइटी में छोड़ रहा था। तभी अंधेरे में एक कार रुकी। उसमें से विनोद और उसके साथी उतरे।
बिना किसी हिचकिचाहट के गोलियों की बौछार शुरू हो गई।
- एक गोली सुरेश की छाती में धंसी,
- दूसरी गर्दन में,
- तीसरी उसके पेट में जा लगी।
सड़क पर सन्नाटा पसरा था, फिर अचानक अफरा-तफरी मच गई। मेघा चीखने लगी, लोग घरों से बाहर निकल आए। लेकिन विनोद और उसके साथी धमकी देकर फरार हो गए।
सुरेश को तुरंत पास के अमृता अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
5. पुलिस की जांच और फरार आरोपी
वारदात की सूचना मिलते ही बीपीटीपी थाना पुलिस, क्राइम ब्रांच सेक्टर-30 और डीएलएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं।
एसीपी वरुण दहिया ने बताया कि आरोपी की तलाश जारी है और उसके घर सहित कई ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा।
लेकिन सवाल यही है कि क्या इस वारदात को सिर्फ एक पारिवारिक विवाद मानना सही होगा, या इसके पीछे और भी गहरे राज़ छिपे हैं?
6. समाज के लिए सबक
इस पूरी घटना ने सिर्फ एक कारोबारी को गोली से नहीं जख्मी किया, बल्कि समाज को भी झकझोर दिया।
- शक और धोखे ने एक दोस्ती को दुश्मनी में बदल दिया।
- गुस्से और जुनून ने ज़िंदगी बर्बाद कर दी।
- और शराब, रिश्तों और पैसों के इस तिकड़म ने Faridabad को हिला कर रख दिया।
यह मामला हमें याद दिलाता है कि रिश्तों में भरोसा और सम्मान सबसे जरूरी है। वरना नतीजा खून-खराबे से ज्यादा कुछ नहीं।
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