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Ashram to Faridabad Elevated Flyover: दिल्ली-फरीदाबाद कनेक्टिविटी को नई उड़ान, जाम से मिलेगी राहत

Ashram to Faridabad Elevated Flyover: फरीदाबाद के नागरिकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। दिल्ली और फरीदाबाद के बीच जाम की पुरानी समस्या अब खत्म होने जा रही है। प्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि Ashram to Faridabad Elevated Flyover का निर्माण जल्द शुरू किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट न सिर्फ़ ट्रैफिक की समस्या को कम करेगा, बल्कि दिल्ली और फरीदाबाद के बीच आवागमन को तेज़, सुगम और आधुनिक बनाएगा।

कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने सेक्टर-37, अशोका एन्क्लेव में आयोजित एक समारोह में बताया कि लंबे समय से चली आ रही मांग अब साकार होने जा रही है। उन्होंने कहा, “अब जब दिल्ली और हरियाणा दोनों जगह भाजपा की सरकारें हैं, तो किसी प्रकार की अड़चन की उम्मीद नहीं है।”


एलिवेटेड फ्लाईओवर का महत्व

दिल्ली-फरीदाबाद मार्ग पर रोज़ाना हजारों वाहन चलते हैं। आश्रम से लेकर बदरपुर बॉर्डर तक रोज़ जाम लगना आम बात है। ऐसे में Ashram to Faridabad Elevated Flyover बनने से यह पूरा रूट सिग्नल-फ्री और स्मूथ ट्रांजिट ज़ोन में बदल जाएगा।
राज्य मंत्री राजेश नागर ने कहा, “खुशहाली का रास्ता सड़कों से होकर जाता है। यह फ्लाईओवर न केवल यात्रा समय कम करेगा, बल्कि व्यापार और रोजगार को भी बढ़ावा देगा।”


मंत्रीगणों की घोषणा और वादे

सेक्टर-37 में हुए सम्मान समारोह में तीनों मंत्री—विपुल गोयल, राजेश नागर और गौरव गौतम—ने मंच साझा किया। उन्होंने न केवल विकास योजनाओं की जानकारी दी, बल्कि जनता से सीधा संवाद करते हुए वादे भी किए कि अब विकास कार्यों में किसी प्रकार की देरी नहीं होगी।
राजेश नागर ने कहा कि तिगांव और फरीदाबाद के इलाकों में चौड़ी कंक्रीट सड़कों, नए स्कूलों और बिजली स्टेशनों का नेटवर्क लगातार बढ़ाया जा रहा है। वहीं गौरव गौतम ने कहा, “हम तीनों मंत्री जनता की हर समस्या का समाधान करने के लिए वचनबद्ध हैं।”


फरीदाबाद के विकास की दिशा

इस प्रोजेक्ट को लेकर शहर के नागरिकों में उत्साह देखा जा रहा है। Ashram to Faridabad Elevated Flyover केवल एक सड़क परियोजना नहीं, बल्कि फरीदाबाद के आर्थिक विकास की रीढ़ साबित होगी।
यह फ्लाईओवर दिल्ली के साथ औद्योगिक कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा, जिससे कंपनियों को माल ढुलाई में सुविधा होगी और यातायात का दबाव कम होगा।
पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा ने भी इस मौके पर स्थानीय समस्याओं को लेकर मंत्रियों से कई मांगें रखीं — जिनमें सेक्टर-37 एंट्री पॉइंट पर शराब ठेके बंद कराने, सराय ख्वाजा टोल हटाने और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के पास कट खोलने जैसी मांगें शामिल थीं। मंत्रियों ने मंच से ही आश्वासन दिया कि इन मांगों पर जल्द कार्रवाई होगी।


जनता की उम्मीदें और भविष्य की संभावनाएं

स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह प्रोजेक्ट ट्रैफिक से राहत के साथ-साथ शहर की छवि को भी बदल देगा। व्यापारिक संस्थान, स्कूल और अस्पतालों तक पहुंच आसान हो जाएगी।
फरीदाबाद के मेयर प्रवीण बत्रा जोशी ने कहा कि यह फ्लाईओवर शहर की “लाइफलाइन” बनेगा। आने वाले समय में यह सड़क दिल्ली-एनसीआर के सबसे व्यस्त रूटों में गिना जाएगा, लेकिन बिना ट्रैफिक के।
लोगों को उम्मीद है कि यह योजना केवल कागज़ों में नहीं, बल्कि ज़मीन पर तेज़ी से पूरी होगी।


निष्कर्ष: बदलते फरीदाबाद की कहानी

Ashram to Faridabad Elevated Flyover सिर्फ़ एक पुल नहीं, बल्कि फरीदाबाद की नई पहचान बनने जा रहा है।
यह उस सपने का प्रतीक है जिसे हर रोज़ जाम में फंसे नागरिक सालों से देख रहे थे—एक ऐसा शहर जहां समय, ईंधन और ऊर्जा तीनों की बचत हो।

यह प्रोजेक्ट दिखाता है कि सरकार अगर इच्छाशक्ति से काम करे, तो विकास की रफ्तार कितनी तेज़ हो सकती है। यह पुल दिल्ली-फरीदाबाद के बीच की दूरी नहीं, बल्कि लोगों के बीच के भरोसे को भी जोड़ता है।
विपुल गोयल के शब्दों में—“अब जाम में फंसा फरीदाबाद नहीं, उड़ान भरता फरीदाबाद नज़र आएगा।”

हरियाणा सरकार की यह पहल न सिर्फ़ सड़क निर्माण की दिशा में कदम है, बल्कि शहर की लाइफ क्वालिटी को ऊँचाई देने का भी प्रयास है। यह वही पल है जब फरीदाबाद के लोग कह सकते हैं—“अब हमारी राहें भी ऊँचाई पर हैं।”


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